हारा फिर भी ना गिरा
धोखे कई, झुका नहीं
मेहनत सही, रुका नहीं
चल रहा समय
ढल रहा तनय ।
साथ, बात,
सुबह, रात ।
सुना, कहा
माना, मनवाया
सुख-दुःख, हरपल
एहसास एक, समतल
एहसास बस समतल*
* समतल वि॰ [सं॰] जिसका तल सम हो, ऊबड़ खाबड़ न हो । जिसकी सतह बराबर हो ।
(तल - मन की गहराई के अर्थ के रूप में)