पल पाने का
पल एहसास का
पल जीने का
पल जीत का
मिल ही जाता है....
गर ढूढ़ने लगे
बस्स जरूरत पड़ती है
जिद्द भरें नज़रों की
मालूम न हो,
तो पता कर लो
यह जिद्दी नज़र ही
बड़ी काम की चीज है
- © हर्षिता
कहते हैं हर सोच ज़िंदगी का हर एक रुख बदल देती हैं,
मैंने ज़ीने के लिए लोगों की सोच को बदलते देखा भी हैं ।
फिर सोचा, सोच से ही गर ज़िंदगी बदलती हैं
तो ज़िंदगी की सोच बदल ने में हर्ज ही क्या हैं ?!
- © हर्षिता
- 19 Jan 2015
राह मेरी
लगे सही कभी
गलत भी कभी
नज़रिया कैसे बदल जाता है
किसी का नहीं
बल्कि....
मेरा ही कभी
काम मेरा
नाम कभी
बदनाम भी कभी
सोच कैसे बदल जाती है
किसी की नहीं
बल्कि
मेरी ही कभी
- © हर्षिता
हमने गम और खुशी के आसुओं को
ज़िंदगी के पानी में घोलकर पी लिया
पूरा घड़ा खाली हो गया
मगर इस दिल के अरमानों की प्यास न बुझी
- © हर्षिता
- 6 Jan 2015
तुमने युद्ध किया,
जीत भी तुम्हारे हाथ में है।
ऐ पंछी, उड़ान ली है
अब सारा आकाश तुम्हारा है।
नाकामयाबी झुक जाएगी
तेरे मेहनत के आगे,
एक नज़र ख़ुद में भी डाल के देख,
हर कामयाबी तेरे भीतर हैं !!
हर कामयाबी तेरे अंदर ही है !!!
- © हर्षिता
शिकायत नहीं, ए ज़िंदगी तुझसे कोई
ग़लती तो मेरी ही थी,
जो तेरा इशारा ही न समझ पायीं
और अपनी मनमानी को नाम दिया
तेरी बेवफ़ाई का......
- © हर्षिता