The Colourful Waves of Harshita's Arts
शिकायत नहीं, ए ज़िंदगी तुझसे कोई
ग़लती तो मेरी ही थी,
जो तेरा इशारा ही न समझ पायीं
और अपनी मनमानी को नाम दिया
तेरी बेवफ़ाई का......
- © हर्षिता
Waah
Waah
ReplyDelete