The Colourful Waves of Harshita's Arts
ऐ सपनों के राही,
तू सपनों की राह पर चलते रहना,
दीवाना बनकर सच्ची मेहनत का
राह भी खुद चुनना.....
और
रूह के हर कोने में,
लहूँ से अपने लिखना -
"सपना मेरा अपना होगा,
राह मेरी रूह,
शुद्ध सही वह मंजिल मेरी,
जीत लूँ ऐसा सुकून"
- © हर्षिता
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